गिलोय एक इम्युनिटी का बहुत अच्छा स्रोत है जो हमारे शरीर को बीमारि यों से लड़ने की छमता प्रदान करती है और यह एक {एंटी ऑक्सीडेंट } के स्वरूप मेंभी पाया गया है शरीर में होने वाली अनेक प्रकार की कमियों को पूरी करने में सहायक पाया जाता हैजैसे बहोत लम्बे समय से रहने वाला बुखार जो हड्डियों में बसने वाला बुखार के नाम से जाना जाता है ऐसे में गिलोय का सेवन अत्यधिक लाभ प्रदान करता है|
पपीता हमारे पाचन तंत्र को ठीक करता और बुखार के वजह से जो प्लेटलेट्स में कमी आती है उसे बढ़ाने का काम करता है | साथ मेंअमला हमारे हाजमे के लिए और कैल्सियम की पूर्ति करता हैअमला को आयुर्वेद का वरदान
कहा गया हैऔर तलुसी एक अपनेआप में एंटी ऐलर्जिक औषधि हैऔर इम्युनिटी पावर को बढाती है गिलोय रस का सेवन कोई भी कर सकता है | खनू को साफ़ करनेऔर नए खनू को बनाने में सहायक है जैसे कि त्वचा की ऐलर्जी फोड़े फुंसी शरीर में खुजली का होना आदि अनेक प्रकार की समस्या को होने से रोकता है|
शरीर में रहने वाली खुमारी टी. बी जैसी बीमारी में लाभदायक है मौसम के बदलाव में होनेवाली बीमारियों को होने से रोकता हैऔर हमें स्वस्थ रखता है इसका एक नाम अमतृ बली भी हैऔषधियों में इसका बहोत बड़ा उपयोग है और आसानी सेउपलब्ध है श्री नमो गिलोय रस को आप किसी भी मौसम में ले सकते है यह दवा आपके लिए पूर्णतया सुरक्छित है और आसानी सेऑनलाइन उपलब्ध है|
शुगर के रोगियों को भी गिलोय के सेवन सेअच्छा फायदा मिलता है यह शगुर को कंट्रोल करने में जोड़ों के दर्द में भी बहुत अच्छा काम करता है| लगातार बने रहने वाले नजले में भी इसका इश्तेमाल करना फायदेमदं रहता है अगर आप इस दवा का सेवन लगातार करते है तो आप कभी बीमार ही नहीं होंगे एक स्वस्थ जीवन पाएंगे |
अनेक फायदे- * पेट की चर्बी * पुराना कब्ज़ * एनीमिया * एसिडिटी * बवासीर *बांझपन दूर * यूरिन इन्फ़ेक्सन * शुगर * मलेरिया * डेंगू का इलाज *सफेद दाग *अपच की समस्या * जोड़ो का दर्द * ब्लड प्रेशर * अस्थमा * कैंसर का इलाज आदि
सेवन विधि – गिलोय सुबह शाम खाली पेट 15 से 20 मि ली ताजे पानी के साथ सेवन करना चाहिए इसके आधे घंटे बाद ही कुछ खाएं |
मुख्य घटक – { पर १० मि ली मात्रा }
- गिलोय – १५०० मिलीग्राम
- पपीता – ६०० मिलीग्राम
- तुलसी – २०० मिलीग्राम
- आमला – २०० मिलीग्राम
GILOY RUS 500ML
RATE -180/